Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
The mother chicken Maina dreams his affection, His left facet adorns an enchanting type. He retains a trident in his hand, a image of electricity, Usually destroying the enemies.
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के Shiv chaisa प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे more info ॥ ॐ जय शिव…॥